ब्रिस्बेन। किसी भी खिलाड़ी के करियर में पहली बार कुछ न कुछ जरूर होता है और कीर्तिमानों के बेताज बादशाह सचिन तेंदुलकर के करियर में भी पहली बार कल ऐसा कुछ हो गया, जो पहले कभी नहीं हुआ था।
सचिन अपने वनडे करियर में कल पहली बार ‘हिट विकेट’ आउट हो गए।
सचिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीबी वनडे त्रिकोणीय सीरीज के पहले मैच में कल यहां ब्रेट ली की गेंद पर हिट विकेट हो गए।
कंगारूओं से जंग
उनके 19 साल तथा 408 वनडे मैचों के करियर में यह पहला मौका है जब वे हिट विकेट हुए हैं। उन्हें इस तरह आउट करने का श्रेय भी उनके प्रबल प्रतिद्वंदी ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज ब्रेट ली को गया।
वनडे में हिट विकेट आउट होने वाले सचिन तीसरे भारतीय हैं।
उनसे पहले विकेटकीपर नयन मोंगिया और लेग स्पिनर अनिल कुम्बले हिट विकेट आउट हो चुके हैं।
अपने 408वें मैच में सचिन ने ब्रेट ली की कमर से ऊपर आती हुई एक गेंद को ऑन साइड में खेला और एक रन लेने के लिए दौड़ पड़े। लेकिन उसी समय उनकी दाईं एड़ी स्टंप्स के निचले हिस्से से टकरा गई और बेल्स गिर पड़ीं।
सपना सच होने जैसा है पद्म विभूषण: सचिन
सचिन को यह पता नहीं चल पाया और वे रन लेने के लिए दौड़ पड़े। लेकिन विकेटकीपर एडम गिलक्रिस्ट और स्लिप में खड़े अन्य खिलाड़ी खुशी से उछल पड़े क्योंकि मास्टर-ब्लास्टर हिट विकेट हो चुके थे।
सचिन ने इस पारी में केवल दस रन बनाए और वे वनडे मैचों में 16 हजार रन का आंकड़ा छूने से अब सिर्फ 28 रन दूर रह गए हैं और संभवतः वे अगले मैच में इस आंकड़े को छू लेंगे।
क्या जन्मदिन से पूर्व सचिन होंगे ‘सर सचिन?’
मोंगिया अप्रैल 1995 में शारजाह में पाकिस्तान के खिलाफ मैच में वसीम अकरम की गेंद पर हिट विकेट हुए थे। जबकि कुम्बले जनवरी 2003 में वेलिंगटन में न्यूजीलैंड के खिलाफ एंड्रयू एडम्स की गेंद पर इसी दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से आउट हुए थे।
अपने 408 वनडे मैचों की 398 पारियों में सचिन सर्वाधिक 152 बार क्षेत्ररक्षकों के हाथों कैच आउट आउट हुए हैं। दूसरे नम्बर पर विकेट कीपर हैं, जिनके हाथों वे 65 बार लपके गए हैं। सचिन को गेंदबाजों ने 60 बार बोल्ड किया है।
मास्टर-ब्लास्टर 30 बार रन आउट हुए हैं जबकि 29 बार वे पगबाधा हुए हैं। गेंदबाजों ने 14 बार उन्हें अपनी ही गेंद पर लपका है और अब वे पहली बार हिट विकेट भी हो चुके हैं।
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