Monday, April 7, 2008

सपना, जो अब तक न हुआ अपना' सचिन तेंदुलकर

सपना, जो अब तक न हुआ अपना'
सचिन तेंदुलकर
लारा को अपने समय का बेहतरीन खिलाड़ी मानते हैं सचिन
मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने कहा है कि विश्व कप जीतने का सपना अभी भी एक अधूरा सपना है और वे 2011 के विश्व कप में खेलना चाहते हैं.

एक निजी टीवी चैनल के साथ बातचीत में सचिन ने कहा, "विश्व कप जीतना अभी भी मेरे लिए ऐसा सपना है जो अधूरा है और मैं अगले विश्व कप में खेलना चाहता हूँ."

सचिन ने कहा कि वे अपने संन्यास की कोई समयसीमा नहीं तय करना चाहते. उन्होंने कहा कि वे अभी क्रिकेट का आनंद ले रहे हैं. उन्होंने कहा, "मैं क़रीब 20 साल से क्रिकेट खेल रहा हूँ और अपना ध्यान इसी पर केंद्रित रखना चाहता हूँ."

सचिन तेंदुलकर 147 टेस्ट और 417 वनडे मैच खेल चुके हैं. टेस्ट मैच में उनके नाम 11782 रन हैं और वनडे में उन्होंने 16361 रन बनाए हैं. टेस्ट मैच में उन्होंने 39 और वनडे मैच 42 शतक लगाए हैं.

मांसपेशियों में खिंचाव के कारण दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ मौजूदा सिरीज़ के पहले टेस्ट मैच में ही खेल पाए थे. सचिन इस समय आराम कर रहे हैं.

आलोचना

इंटरव्यू के दौरान सचिन ने इस बात के लिए मीडिया की आलोचना की कि उसने टीम में मतभेद की ख़बरों को हवा दी.

सीनियर और जूनियर खिलाड़ियों के बीच मतभेद की ख़बर बिल्कुल ग़लत है. हम सभी देश के लिए खेलने का महत्व समझते हैं. बिना किसी पुख़्ता जानकारी के मीडिया अपनी विश्वसनीयता को नुक़सान पहुँचा रहा है
सचिन तेंदुलकर

उन्होंने कहा, "सीनियर और जूनियर खिलाड़ियों के बीच मतभेद की ख़बर बिल्कुल ग़लत है. हम सभी देश के लिए खेलने का महत्व समझते हैं. बिना किसी पुख़्ता जानकारी के मीडिया अपनी विश्वसनीयता को नुक़सान पहुँचा रहा है."

खिलाड़ियों की बोली और इसका क्रिकेट पर असर के बारे में सचिन ने कहा कि वे नहीं मानते कि इससे खेल पर कोई असर पड़ेगा. सचिन ने कहा कि वे ऐसा नहीं समझते.

उन्होंने कहा, "मैं पैसे के बारे में सोचकर क्रिकेट खेलना नहीं शुरू किया. मैंने कई रातें बिना सोए ही गुज़ारी हैं, क्योंकि मैं ये सोचता रहता था कि अगले दिन मैं कैसे खेलूँगा. खेल के उत्साह को पैसे से नहीं मापा जा सकता है."

भज्जी विवाद

ऑस्ट्रेलिया दौरे पर हुए हरभजन विवाद के बारे में सचिन ने हरभजन को क्लीन चिट दी और कहा हरभजन ने ऐसा कुछ भी नहीं कहा था, जो उन पर आरोप लगाए गए थे.

सिडनी विवाद में सचिन ने भज्जी का साथ दिया

सिडनी टेस्ट के दौरान हरभजन पर आरोप लगा था कि उन्होंने एंड्रयू साइमंड्स के ख़िलाफ़ नस्लभेदी टिप्पणी की है. सचिन ने कहा, "मैंने हरभजन का बचाव इसलिए किया क्योंकि मैं जानता था कि हरभजन ने ऐसा कुछ नहीं कहा. मैंने ये सोचा कि हम सभी उनका साथ इस समय नहीं देंगे तो कब देंगे."

मैदान पर अभद्र भाषा के इस्तेमाल के बारे में उन्होंने कहा कि हर चीज़ की एक सीमा है और खिलाड़ियों को इसे पार नहीं करना चाहिए.

सचिन ने कहा कि ब्रायन लारा उन सब खिलाड़ियों में बेहतरीन थे, जिनके साथ या जिनके ख़िलाफ़ वे खेले हैं. सचिन ने कहा कि दक्षिण अफ़्रीका और वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ रिकी पोंटिंग का भी प्रदर्शन बेहतरीन रहा है लेकिन भारत के ख़िलाफ़ नहीं जबकि ब्रायन लारा सर्वकालीन महान खिलाड़ी हैं.

1 comment:

रवि रतलामी said...

सचिन कहीं ये तो नहीं कह रहे कि उन्हें तब तक के लिए क्रिकेट में बने रहने दिया जाए - उन्हें सन्यास के बारे में कहा ही न जाए!

कृपया अंग्रेज़ी हिन्दी सामग्री के लिए अलग ब्लॉग रखें तो बेहतर.