Sunday, March 2, 2008

भारत ने जीता पहला फ़ाइनल मुक़ाबला Sachin Tendulkar

सचिन तेंदुलकर
सचिन तेंदुलकर ने नाबाद 117 रन की पारी खेली
सचिन तेंदुलकर के शानदार शतक की बदौलत भारतीय टीम ने सिडनी में खेले गए पहले फ़ाइनल मुक़ाबले में ऑस्ट्रेलिया को छह विकेट से हरा दिया है.

भारत की जीत में रोहित शर्मा ने सचिन का भरपूर साथ निभाया. रोहित ने 66 रन की बेहतरीन पारी खेली. हालांकि सचिन का शतक पूरा होते ही रोहित शर्मा आउट हो गए.

पच्चीस गेंद रहते भारत ने ये मैच जीत लिया. चार विकेट खोकर भारत ने ऑस्ट्रेलिया का 239 रन का स्कोर पार कर लिया.

सचिन की शानदार शतकीय पारी के लिए उन्हें 'मैन ऑफ द मैच' चुना गया.

दूसरा फ़ाइनल चार मार्च को ब्रिसबेन में खेला जाएगा. जबकि तीसरा फ़ाइनल मुक़ाबला सात मार्च को एडिलेड ओवल में होगा.

तीनों मुक़ाबलों में दो मैच जीतने वाला कॉमनवेल्थ त्रिकोणीय श्रृंख्ला का विजेता होगा.

सचिन का शानदार शतक

दो फ़ाइनल अभी और हैं
दूसरा फ़ाइनल 4 मार्च को ब्रिसबेन में
तीसरा फ़ाइनल 7 मार्च को एडिलेड ओवल में

सचिन ने अपनी 117 रन की नाबाद पारी में कुल दस चौके जड़े. ऑस्ट्रेलिया में ही ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ ये सचिन का पहला शतक था.

सचिन का ये 42 वां वनडे शतक है.

वे ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ़ अब तक आठ शतक लगा चुके हैं. खास बात ये है कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ़ ही उन्होंने सबसे ज़्यादा वनडे शतक बनाए हैं.

भारतीय पारी

ऑस्ट्रेलिया ने भारत को जीत के लिए 240 रनों का लक्ष्य दिया था.

भारतीय पारी की शुरुआत सचिन तेंदुलकर और रॉबिन उथप्पा ने की. दोनों ने भारत को बेहद सधी हुई शुरुआत दी.

उथप्पा के आउट होने के बाद सचिन तेंदुलकर का साथ देने के लिए गौतम गंभीर मैदान आए. लेकिन तेंदुलकर के एक शॉट पर दो रन लेने के चक्कर में दोनों के बीच ग़लतफ़हमी हुई और गौतम गंभीर रन आउट हो गए.

गंभीर ने सिर्फ़ तीन रन बनाए.

गंभीर के बाद युवराज सिंह मैदान में आए और वो एक बार फिर नाकाम रहे. युवराज सिर्फ़ दस रन के निजी स्कोर पर ब्रेड हॉग की गेंद पर बोल्ड हो गए.

रोहित शर्मा के 66 रन पर आउट होने के बाद कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने तेंदुलकर का साथ दिया और वो भी अंत तक आउट नहीं हुए. धोनी ने 15 रन की नाबाद पारी खेली.

ऑस्ट्रेलियाई पारी

रिकी पोंटिंग
ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग महज़ एक रन बना सके

इससे पहले कभी लड़खड़ाती तो कभी संभलती पारी में ऑस्ट्रेलिया ने 239 का स्कोर बनाया.

ऑस्ट्रेलिया की ओर से खेल की शुरुआत की गिलक्रिस्ट और हेडन ने.

पहला झटका लगा गिलक्रिस्ट को. वो प्रवीण कुमार की गेंद पर युवराज सिंह के हाथों लपक लिए गए.

केवल सात रन बनाकर गए गिलक्रिस्ट के बाद कप्तान पोंटिंग आए पर एक रन के स्कोर पर प्रवीण कुमार की गेंद पर आउट हुए.

इसके बाद चुनौतीपर्ण स्थिति को संभालने के लिए क्लार्क उतरे पर चार रन के साधारण स्कोर पर वो भी ईशांत शर्मा की गेंद पर आउट हो गए.

चौथा विकेट गिरा साइमंड्स का. उन्होंने हेडन का साथ देकर पारी को संभालने में मदद तो की पर 31 रन बनाकर हरभजन की गेंद पर आउट हो गए.

इसके बाद भारत के लिए चुनौती बन चुका हेडन का विकेट मिला हरभजन को. हेडन तबतक 82 रन बना चुके थे.

होप्स और हुसी छठे और सातवें विकेट बने. होप्स ने 15 रन दिए जबकि हसी पाँच रन से अर्धशतक से चूके.

महज 17 रन के स्कोर पर ब्रेट ली पठान की गेंद पर लौट गए.

भारत की ओर से ईशांत शर्मा और प्रवीण कुमार ने शानदार गेंदबाज़ी का प्रदर्शन किया. प्रवीण कुमार और हरभजन सिंह ने दो-दो विकेट लिए. ईशांत, पठान और युवराज को एक-एक विकेट मिले.

इस मैच में भारत और ऑस्ट्रेलिया दोनों ने ही एक-एक बदलाव किए.

ऑस्ट्रेलिया ने ब्रेड हेडिन की जगह मैथ्यू हेडन और भारत ने मुनाफ़ पटेल की जगह पीयूष चावला को टीम में लिया था.

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